राहु को खुश करने के उपाय तथा अशुभ राहु के लक्षण

Dec 22,2022 | By Admin

राहु को खुश करने के उपाय तथा अशुभ राहु के लक्षण

राहु को खुश करने के उपाय – Rahu Ko Shant Karne Ke Upay

लाल किताब अनुसार राहु को खुश करने के उपाय या राहु को मजबूत और प्रसन्न करने के घरेलु उपाय तथा मंत्र की बात की जाये, तो इस पोस्ट में आपको नीच का राहु के उपाय, राहु के रोग, लग्न में राहु के उपाय और राहु को शांत और राहु को कैसे खुश करें या राहु के उपाय किस दिन करें आदि तथ्यों पर अच्छी जानकारी मिल जाएगी |

लाल किताब के अनुसार राहु यदि कुंडली में अशुभ स्‍थान में विराजमान है तो वह जातक को संतान प्राप्‍ति और धन प्राप्‍ति में अड़चनें उत्‍पन्‍न करता है। इसके प्रभाव में धन हानि के योग भी बनते हैं, यहाँ राहु से सम्बंधित हर चीज का उल्लेख किया जा रहा है |

राहु के लक्षण और उपाय | Rahu ko shant kaise kare

अशुभ राहु के लक्षण

यदि आपकी कुंडली में राहू अच्छा नहीं है तो किसी से कोई चीज़ मुफ्त में न लें क्योंकि हर मुफ्त की चीज़ पर राहू का अधिकार होता है |

राहू ग्रह का कुछ पता नहीं कि कब बदल जाए जैसे कि आप कल कुछ काम करने वाले हैं लेकिन समय आने पर आपका मन बदल जाए और आप कुछ और करने लगें तो इस दुविधा में राहू का हाथ होता है | किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित घटना का दावेदार राहू ही होता है | आप खुद नहीं जानते की आप आने वाले कुछ घंटों में क्या करने वाले हैं या कहाँ जाने वाले हैं तो इसमें निस्संदेह राहू का आपसे कुछ नाता है | या तो राहू लग्नेश के साथ है या लग्न में ही राहू है | यदि आप जानते हैं की आप झूठ की राह पर हैं परन्तु आपको लगता है की आप सही कर रहे हैं तो यह धारणा आपको देने वाला राहू ही है !

किसी को धोखा देने की प्रवृत्ति राहू पैदा करता है यदि आप पकडे जाएँ तो इसमें भी आपके राहू का दोष है और यह स्थिति बार बार होगी इसलिए राहू का अनुसरण करना बंद करें क्योंकि यह जब बोलता है तो कुछ और सुनाई नहीं देता

जिस तरह कर्ण पिशाचिनी आपको गुप्त बातों की जानकारी देती है उसी तरह यदि राहू आपकी कुंडली में बलवान होगा तो आपको सभी तरह की गुप्त बातें बैठे बिठाए ही पता चल जायेंगी | यदि आपको लगता है की सब कुछ गुप्त है और आपसे कुछ छुपाया जा रहा है या आपके पीठ पीछे बोलने वाले लोग बहुत अधिक हैं तो यह भी राहू की ही करामात है

राहू रहस्य का कारक ग्रह है और तमाम रहस्य की परतें राहू की ही देन होती हैं | राहू वह झूठ है जो बहुत लुभावना लगता है | राहू झूठ का वह रूप है जो झूठ होते हुए भी सच जैसे प्रतीत होता है | राहू कम से कम सत्य तो कभी नहीं है |

जो सम्बन्ध असत्य की डोर से बंधे होते हैं या जो सम्बन्ध दिखावे के लिए होते हैं वे राहू के ही बनावटी सत्य हैं|

राहू व्यक्ति को झूठ बोलना सिखाता है बातें छिपाना, बात बदलना, किसी के विशवास को सफलता पूर्वक जीतने की कला राहू के अलावा कोई और ग्रह नहीं दे सकता

राहू वह लालच है जिसमे व्यक्ति को कुछ अच्छा बुरा दिखाई नहीं देता केवल अपना स्वार्थ ही दिखाई देता है |

क्यों न हों ताकतवर राहू के लोग सफल? क्यों बुरे लोग तरक्की जल्दी कर लेते हैं | क्यों झूठ का बोलबाला अधिक होता है और क्यों दिखावे में इतनी जान होती है ? क्योंकि इन सबके पीछे राहू की ताकत रहती है |

मांस मदिरा का सेवन, बुरी लत, चालाकी और क्रूरता, अचानक आने वाला गुस्सा, पीठ पीछे की वो बुराई, जो ये काम करे ये सब राहू की विशेषताएं हैं | असलियत को सामने न आने देना ही राहू की खासियत है।।

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राहु को खुश करने के उपाय लाल किताब | Rahu ko kaise khush kare

राहु को खुश करने का मंत्र

लाल किताब अनुसार राहु को खुश करने के लिए या यु कहे की राहु को मजबूत और प्रसन्न करने के मंत्र की बात की जाये ये वो मंत्र है जिससे अगर आपका राहु नीच का हुआ या लग्न में बैठकर परेशां कर रहा है तो इस राहु को खुश करने का मंत्र को आप निचे बताये गए संख्या अनुसार जाप करे, आपको जरूर सफलता मिलेगी।

एकाक्षरी बीज मंत्र – ‘ॐ रां राहवे नम:।’

जप संख्या – 28,000 (28 हजार)

(कलियुग में 4 गुना जाप एवं दशांश हवन का विधान है।)

कुंडली में राहु के दोष को कम करने के लिए भगवान शिव या श्री हरि विष्णु की पूजा भी करनी चाहिए। इसके साथ ही नियमित रूप से शनिवार और सोमवार के दिन जल में थोड़े से काले तिल डालकर शिवलिंग पर अभिषेक करें। इससे राहु और केतु का प्रभाव कम होगा, रविवार के दिन विशेषकर राहु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कुष्ठ आश्रम में दान करना चाहिए। दान देने से राहु का अशुभ प्रभाव कम होता है और इससे वह प्रसन्न भी होते हैं, इसके अलावा जितने भी उपाय जो इस पोस्ट में दिए है वो सभी भी आप रविवर को ही करे क्यों की रविवार राहु ग्रह का वार भी है।

कुंडली में 12 भावो के अनुसार राहु की स्थिति का फल परन्तु लाल किताब के अनुसार ग्रह चाहे शुभ स्थिति में हो या अशुभ उसका उपाय करने से जहाँ उसके फल में स्थायित्व रहता हें, वही दूसरी तरफ अशुभ ग्रह का उपाय करने से उसके दूष्प्रभाव की शान्ति होती है. इस लेख के माध्यम से राहु ग्रह के प्रत्येक भाव मेँ स्थित होने पर उसके उपाय की जानकारी दी गई है. प्रत्येक व्यक्ति जिनका राहु जिस-2 भाव में स्थित है वह यहाँ दी गई सूची के आधार पर उपाय कर सकता है |

प्रथम भाव में स्थित राहु के उपाय (Remedies of in Rahu first house)

1) गले में चाँदी धारण करें.

द्वितीय भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) ठोस चांदी अपने पास रखें.

तृ्तीय भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) हाथी का खिलौना घर में न रखें.

चतुर्थ भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) गंगा जल से स्नान करें.

पंचम भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) हाथी दाँत घर में न रखें.

छटे भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) काले रंग का कुत्ता पालें.

सप्तम भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) चांदी का चौकर टुकडा़ अपनी जेब में रखें.

अष्टम भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) चाँदी का चौकोर टुकडा़ अपने पास रखें.

नवम भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) पिता के साथ रहें व उनकी सेवा करें.

दशम भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) सिर ढककर रखें.

एकादश भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) शराव, अण्डा, मांस से परहेज रहें.

द्वादश भाव में स्थित राहु के अचूक उपाय

1) नशीली वस्तुओं का सेवन न करें.

इस प्रकार लाल किताब के अनुसार राहु के उपाय (Remedies of Rahu in Lal Kitab) करने से तुरन्त लाभ मिलता हैं.

लाल किताब के उपायों को करते समय रखे ये सावधानियां

1) एक समय में केवल एक ही उपाय करें.

Tags : Mantra

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