काल भैरव स्तुति – Kaal Bhairav Stuti
<h2 style="text-align: center;"><span style="color: #cf0000;">काल भैरव स्तुति – Kaal Bhairav Stuti</span></h2> <p style="text-align: justify;">Kaal Bhairav Stuti – भैरव जी भगवान शिव जी के स्वरूप हैं ! भैरव स्तुति को करने से साधक के ऊपर किसी भी तरह का तंत्र-मंत्रों का प्रयोग, व्यापार, जीवन में आने वाली समस्या और कठिनाइयों, शत्रु पक्ष से होने वाली परेशानी, मुकदमें में विजय आदि फ़ायदे और लाभ मिलते हैं !</p> <h3 style="text-align: center;"><span style="color: #cf0000;">काल भैरव स्तुति – Kaal Bhairav Stuti</span></h3> <p style="text-align: center;">ॐ जै-जै भैरवबाबा स्वामी जै भैरवबाबा।<br> नमो विश्व भूतेश भुजंगी मंजुल कहलावाउमानंद<br> अमरेश विमोचन जनपद सिरनावा।<br> काशी के कृतवाल आपको सकल जगत ध्यावा।<br> स्वान सवारी बटुकनाथ प्रभु पी मद हर्षावा। ॐ।।<br> रवि के दिन जग भोग लगावे मोदक मन भावा।<br> भीषण भीम कृपालु त्रिलोचन खप्पर भर खावा।<br> शेखरचंद्र कृपालु शशि प्रभु मस्तक चमकावा।<br> गल मुण्डन की माला सुशोभित सुन्दर दरसावा। ॐ।।<br> नमो-नमो आनंद कंद प्रभु लट गत मठ झावा।<br> कर्ष तुण्ड शिव कपिल त्रयम्बक यश जग में छावा।<br> जो जन तुमसे लगावत संकट नहिं पावा।<br> छीतरमल जब शरण तुम्हारी आरती प्रभु गावा।<br> ॐ जै-जै भैरवबाबा स्वामी जै भैरवबाबा।</p><p></p>
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