Varuthini Ekadashi 2021 & वरुथिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त, पूजा विध‍ि, व्रत कथा और महत्‍व

Dec 22,2022 | By Admin

Varuthini Ekadashi 2021 & वरुथिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त, पूजा विध‍ि, व्रत कथा और महत्‍व

Varuthini Ekadashi 2021 – वरुथिनी एकादशी 2021

वरूथिनी शब्द संस्कृत भाषा के ‘वरूथिन्’ से बना है, जिसका मतलब है- प्रतिरक्षक, कवच या रक्षा करने वाला. मान्‍यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से विष्‍णु भगवान हर संकट से भक्‍तों की रक्षा करते हैं.

हिन्‍दू वर्ष की तीसरी एकादशी यानी वैशाख कृष्ण एकादशी को ‘वरूथिनी एकादशी’ (Varuthini Ekadashi) के नाम से जाना जाता है. वरूथिनी एकादशी  का उत्तर भारत और दक्षिणा भारत में बड़ा महात्‍म्‍य है. इस‍ दिन भगवान विष्‍णु के वामन अवतार की पूजा की जाती है. मान्‍यता है कि इस व्रत को करने से पुण्‍य और सौभाग्‍य मिलता है. साथ ही सृष्टि के रचय‍िता श्री हरि विष्‍णु स्‍वयं भक्‍त की रक्षा करते हैं. जो लोग वरूथिनी एकादशी का व्रत रखना चाहते हैं उन्‍हें दशमी के दिन से ही व्रत के नियमों का पालन करना चाहिए. फिर एकादशी (Ekadashi) के एक दिन बाद यानी कि द्वादश को पूर्ण विधि-विधान से व्रत का पारण करना चाहिए. कहते हैं कि वरूथिनी एकादशी के व्रत के प्रताप से सभी पाप नष्‍ट हो जाते हैं.

वरूथिनी एकादशी कब है Varuthini Ekadashi Kab Hai 2021

हिन्‍दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख मास की कृष्‍ण पक्ष की तिथि को आने वाली एकादशी को वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) कहते हैं. ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक वरूथिनी एकादशी हर साल मार्च या अप्रैल महीने में आती है. इस बार वरूथिनी एकादशी 18 अप्रैल को है.

वरूथिनी एकादशी तिथि और शुभ मुहूर्त – Varuthini Ekadashi 2021

एकादशी तिथि आरंभ : मई 06, 2021 को 02:10 पी एम बजे

एकादशी तिथि समाप्त : मई 07, 2021 को 03:32 पी एम बजे

पारण का समय : 05:33 ए एम से 08:16 ए एम

वरूथ‍िनी एकादशी का महत्‍व – Varuthini Ekadashi Vrat

वरूथिनी शब्द संस्कृत भाषा के ‘वरूथिन्’ से बना है, जिसका मतलब है- प्रतिरक्षक, कवच या रक्षा करने वाला. मान्‍यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से विष्‍णु भगवान हर संकट से भक्‍तों की रक्षा करते हैं, इसलिए इसे वरूथिनी ग्यारस कहा जाता है. पद्म पुराण के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण इस व्रत से मिलने वाले पुण्य के बारे में युधिष्ठिर को बताते हैं, ‘पृथ्वी के सभी मनुष्यों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त भी इस व्रत के पुण्य का हिसाब-किताब रख पाने में सक्षम नहीं हैं.’

व्रत कर रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्‍यान:

यह भी पढ़े –

Varuthini Ekadashi – वरुथिनी एकादशी व्रत कथा और सम्पूर्ण पूजा विधि

Tags : Mantra

Category : Mantra


whatsapp
whatsapp